Mumbai Couple Pizza Delivery, मुंबई में Marathi language को लेकर एक बार फिर विवाद गहराता नज़र आया है। इस बार मामला एक Domino’s Pizza delivery boy से जुड़ा है, जिसे allegedly एक customer द्वारा इसलिए harass किया गया क्योंकि वह Marathi में बात नहीं कर सका।

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जब यह घटना Social Media पर वायरल हुई, तो मामला सीधे Maharashtra Navnirman Sena (MNS) के दरवाज़े तक जा पहुंचा। हालांकि डिलीवरी बॉय ने अब MNS ऑफिस में पहुंचकर माफ़ी मांग ली है, लेकिन सोशल मीडिया पर netizens इस apology को ‘forced’ बता रहे हैं।
Mumbai Couple Pizza Delivery कैसे शुरू हुआ Marathi Language का विवाद?
12 मई 2025 को Mumbai के Bhandup इलाके के Sai Radhe Building में Domino’s के एक delivery boy को allegedly एक महिला और उसके बेटे ने यह कहकर रोक लिया कि जब तक वह Marathi में बात नहीं करेगा, वह payment नहीं करेंगे। इस पूरे incident को Rohit Lavare नामक व्यक्ति ने रिकॉर्ड किया और वीडियो को Social Media पर upload कर दिया।
वीडियो में दिखा कि delivery boy असहज स्थिति में खड़ा है और महिला की आवाज़ सुनाई दे रही है, जो उससे Marathi में बात करने के लिए कह रही है। यह वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ और जनता के गुस्से का कारण बन गया।
Mumbai Couple Pizza Delivery Boy Viral Video के बाद Domino’s Boy की माफ़ी
जब विवाद बढ़ने लगा और मामला MNS के संज्ञान में आया, तो एक नया video सामने आया जिसमें वही delivery boy MNS office में बैठकर camera के सामने माफ़ी मांगता नज़र आया। अपने बयान में वह कहता है:
“मैंने जानबूझकर कुछ नहीं किया। मैंने यह वीडियो सिर्फ Domino’s के group में भेजा था, जो बाद में viral हो गया। मैम ने payment कर दी थी। कोई गलतफहमी ना हो, कृपया इसे clarify करें।”
उसके बाद MNS के एक नेता ने उससे उस महिला से माफ़ी मांगने को कहा और उसने कैमरे की तरफ देखकर कहा:
“Ma’am बहुत अच्छी हैं, भाई। प्लीज़ ऐसा मत करो।”
वह आगे यह भी कहता है कि जिस महिला और पुरुष को लोग couple समझ रहे थे, वे असल में mother-son हैं।
मैं Marathi सीखूंगा भी और बोलूंगा भी
MNS कार्यकर्ताओं के insist करने पर डिलीवरी बॉय ने यह भी कहा:
“Main Marathi bolunga bhi. Aur seekhunga bhi. Jai Hind. Jai Maharashtra.”
यह कथन MNS कार्यकर्ताओं की प्रशंसा का कारण बना, लेकिन दूसरी ओर Social Media पर इस बयान की authenticity पर सवाल खड़े होने लगे।
Social Media का गुस्सा
जैसे ही यह माफ़ी वाला video वायरल हुआ, Twitter (अब X), Reddit, Instagram जैसे platforms पर लोगों की प्रतिक्रियाएं उमड़ पड़ीं। बहुत से users ने इसे ‘forced apology’ बताया। कुछ comments थे:
- “अगर सच में गलती महिला की नहीं थी, तो पुलिस में शिकायत की जाती। Political party के पास क्यों गए?”
- “Gunpoint पर किसी से भी कुछ भी बुलवाया जा सकता है!”
- “इस तरह regional pride के नाम पर गरीब और low-status वाले workers को ही target किया जाता है।”
- एक Reddit user ने लिखा:
- “This is not my Maharashtra. यही वजह है कि इस political party को पिछले चुनाव में zero seat मिली थी।”
सोशल मीडिया पर उठे गहरे सवाल
Netizens के बीच इस घटना को लेकर कई मुद्दों पर बहस हुई:
- Language vs Employment Rights:
क्या किसी employee या delivery personnel को भाषा के आधार पर payment रोकना ethical है? कई users ने पूछा कि अगर वह व्यक्ति Maharashtrian नहीं है तो क्या उसे Marathi जानना अनिवार्य होना चाहिए? - Cultural Superiority या Power Misuse?
Netizens ने यह भी सवाल उठाया कि क्या सिर्फ cultural pride के नाम पर delivery boys और guards जैसे लोगों को निशाना बनाना सही है? अगर सामने कोई affluent व्यक्ति होता, तो क्या यही व्यवहार किया जाता? - Political Exploitation:
MNS पर भी लोगों का गुस्सा देखने को मिला। लोग इसे एक planned political stunt बता रहे हैं। बहुत से users ने लिखा:
“जब चुनाव में कोई भरोसा नहीं करता, तो इस तरह के छोटे-छोटे मामलों से publicity ली जाती है।”
निष्कर्ष
Marathi language को Maharashtra में सम्मान मिलना चाहिए, लेकिन जब यह सम्मान दबाव और fear में बदल जाए, तो वह सम्मान नहीं, आतंक हो जाता है। इस घटना में एक delivery boy जिसने शायद बिना किसी मंशा के कुछ वीडियो साझा किया, उसे इतनी बड़ी political circus में घसीटना समाज के लिए एक reflection है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं।
डिलीवरी बॉय ने माफ़ी क्यों मांगी और कहां पर?
Domino’s का वह डिलीवरी बॉय MNS (Maharashtra Navnirman Sena) ऑफिस में पहुंचा, जहां उसने महिला से माफ़ी मांगी और कहा कि वह Marathi language सीखेगा और बोलेगा भी। इस माफ़ी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।

