Panna Dhay Bal Gopal Yojana – मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना राजस्थान सरकार के द्वारा संचालित एक प्रमुख योजना थी। इस योजना का उद्देश्य राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार के रूप में दूध उपलब्ध कराना है। योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को दूध प्रदान किया जा रहा था। इस योजना की शुरुआत दिनाक 29 नवंबर 2022 को की गयी थी।
नोट - सभी पाठक ध्यान दे! हो सकता है की लेख में लिखित कुछ प्रक्रियाएं वर्तमान समय में अधिकारिक वेबसाइट पर सक्रिय नहीं है। अत:सभी प्रक्रियाएं सक्रिय हो जाने पर आप लेख में लिखित तरीकों से सभी प्रक्रियाओं की जानकारी प्राप्त कर सकत है।
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राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तरह केवल कक्षा एक से लेकर आठवीं कक्षा में अध्ययन कर रहे बच्चो को भोजन के साथ साथ दूध भी मुहैया कराया जाएगा। के अंतर्गत कक्षा एक से लेकर पांच साल तक के छात्रों को 150 मिलीलीटर और वहीं कक्षा छह से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चों को कुल 200 मिलीलीटर दूध प्रदान किया जाएगा जोकि मिल्क पाउडर से तैयार किया जाएगा।
Panna Dhay Bal Gopal Yojana 2024
राजस्थान शिक्षा विभाग में बच्चों की पोषण के लिए चल रही मिड डे मील द्वारा संचालित बाल गोपाल योजना का सरकार ने नाम बदल दिया है। बाल गोपाल योजना का नाम बदलते हुए सरकार ने पन्नाधाय बाल गोपाल योजना कर दिया है। यानी कि ‘बाल गोपाल योजना’ अब ‘पन्नाधाय बाल गोपाल योजना’ के नाम से जानी जायगी।
राजस्थान सहकारी डेयरी से दूध पाउडर खरीदा जाएगा फेडरेशन (आरसीडीएफ) और दूध पाउडर आयुक्तालय मिड-डे-मिल के माध्यम से जिलेवार वितरित किया जाएगा। प्रार्थना सभा के तुरंत बाद छात्रों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा।इस योजना का क्रियान्वयन राज्य स्तर पर आयुक्तालय मध्याह्न भोजन द्वारा किया जायेगा तथा जिला स्तर पर जिला कलक्टर एवं ब्लॉक स्तर पर सीबीईओ योजना के क्रियान्वयन हेतु उत्तरदायी होंगे।
Bal Gopal Yojana New Update
राजस्थान की वर्तमान भजनलाल सरकार ने कांग्रेस की मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदल कर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना कर दिया है। यानी कि ‘बाल गोपाल योजना’ अब ‘पन्नाधाय बाल गोपाल योजना’ के नाम से जानी जायगी। साथ ही योजना में कुछ बदलाव भी किये गये है। जिनका विवरण निम्नलिखित हैl सभी पाठक ध्यानपूर्वक पढ़े।
- मिड डे मील के कमिश्नर विश्व मोहन शर्मा ने जारी किया आदेश में कहा है कि पूर्व में संचालित बाल गोपाल योजना को अब पन्नाधाय बाल गोपाल योजना के नाम से जाना जाएगा।
- अब सरकार जल्दी इस पन्नाधाय योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले पोषण में भी बदलाव करने वाली है।
- शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कुछ दिनों पहले संकेत दिए हैं कि बच्चों को मिलने वाले पाउडर के दूध को बदलकर अब मोटा अनाज यानी मिलेट्स शुरू किए जाएंगे।
- जिससे बच्चे उसे आसानी ग्रहण भी कर सकेंगे और उनको प्रॉपर पोषण मिल पाएगा।
- ऐसे में अब उम्मीद है कि सरकार योजना का नाम बदलने के साथ-साथ मिलने वाले कंटेंट को भी जल्द परिवर्तित करेगी।
Bal Gopal Yojana Rajasthan PDF
बाल गोपाल योजना की PDF फाइल को प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों को सबसे पहले योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। उसके बाद उम्मीदवार होम पेज पर आप को योजना के निर्देशों की पीडीएफ और Form PDF आदि को आसानी से Download भी कर सकते है।
Mukhyamantri Bal Gopal Yojana EXCEL SHEET
कक्षा स्तर | पाउडर मिल्क की मात्रा (प्रति छात्र ) | तैयार दूध की मात्रा( प्रति छात्र ) | चीनी की मात्रा |
प्राथमिक (कक्षा 1 से 5) | 15 ग्राम | 150 ml | 8.4 ग्राम |
उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8) | 20 ग्राम | 200 ml | 10.2 ग्राम |
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना उद्देश्य
- छात्रों के पोषण स्तर में सुधार लाना और आवश्यक मशीनरी और माइक्रोक्रिएटिएंट्स उपलब्ध कराना।
- सरकारी नामांकन एवं उपस्थिति में वृद्धि।
- छात्रों का ड्राप आउट लाभ।
- प्रोविज़: सरकारी प्रोटोटाइप में कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को सप्ताह में दो मंगलवार दिन और शुक्रवार को पाउडर से निर्मित दूध उपलब्ध कराना।
- विद्यालय में अवकाश होने की स्थिति में अगले छात्र दिवस पर दूध का वितरण किया जाएगा
बाल गोपाल योजना राजस्थान कब शुरू हुई?
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना की शुरुआत दिनाक 29 नवंबर 2022 को की गयी थी।